सोमवार, १० ऑगस्ट, २०२०

यादें

 रात रात जागकर चांद के ख़्वाब देखना, 

सपनों संग जीना बस यही यादें साथ है !

१२१|१००८२०२०


दर्द


यूं बारीश काम ही कुछ ऐसा है

मन के दर्द को बूंदों मेंं छुपाना है

१२०|०९०८२०२०

शनिवार, ८ ऑगस्ट, २०२०

कुछ बारिशें



























२७४|३००७२०२०

इन्सान



























२७३|३००७२०२०

ठहराव



























२७२|३००७२०२०

हिस्से



























११९|३१०७२०२०