सोमवार, ८ जून, २०२०

चाहत


इसीलिए दिल को तुम्हें सौंप दिया था
चाहतों का तुम्हारे हमें पता चला था!
~१०७|०७०६२०२०

कोणत्याही टिप्पण्‍या नाहीत:

टिप्पणी पोस्ट करा