वादे–बातें
अच्छे अच्छों ने, कई भरौसे दिए
आसानी से उनको तोड़ भी दिए
हमारी अच्छाई,
उन्हें अच्छों मे गिनते रहें...
करते है, वादे बडे, अक्सर सभी
मानो मतदाता सामने उनके कभी
अपने आप को,
शायद वो नेता समझते रहें...
मित्रों, जानो, समझो दिल टूटता है
किसी मासूम का तुम्हें जो मानता है
क्यों, हरकतें ऐसी,
बेकार में बारबार करतें रहें...
©शिवाजी सांगळे 🦋papillon
संपर्क: +९१ ९५४५९७६५८९
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