बकेट लिस्ट
छोटी है उम्र
तो कहना जरूरी हैं...?
यह करना बकाया रहा...!
वह करना बकाया रहा...!
वैसे, जिंदगी में कुछ भी बकाया नहिं
बची हैं तो... अनगिनत इच्छाएं
बकाया हैँ... बहोतसे सपने
एकबार सहेज में उनकी सूची बनाई
ओर क्या?
उनकी एक बाल्टी भर गई
फिर भी एखाद रही
क्या, इच्छाएं पूरी होतीं हैं कभी?
ऐसी सूची बनाने पश्चात?
सूची बना सकता हूँ, मैं, अपनी,
परन्तु उस सूची का क्या?
जो पूरी करनी थी...मुझे
औरों ने निकाली हुई...
ओर
रखीं थी जो, मैंने पेंडिंग में...?
© शिवाजी सांगळे 🎭
संपर्क:९५४५९७६५८९
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