जय जय राम
जय जय राम... सिया राम
जय जय राम... सिया राम...२
ऋषि मुनियोंके रक्षण कर्ता
तुम हो त्राता, भाग्य विधाता
बना दो हमारे बिगडे काम... ||१||
जय जय राम... सिया राम ...२
सुग्रीवको आपने ही बचाया
खोया उनका राज्य दिलाया
उंचा किया मित्रता का नाम... ||२||
जय जय राम... सिया राम...२
शबरी आपको, झूठे बेर चखायी
अहिल्याको आपने मुक्ति दिलाई
बढा दिया सारे भक्तों का सम्मान... ||३||
जय जय राम... सिया राम...२
न्याय का पाठ जग को सिखाया
बिभीषन को भी गलें से लगाया
सौंप दिया उनको लंका का धाम... ||४||
जय जय राम... सिया राम...२
युगपुरुष आपसा दूजा नहीं कोई
चरित्र आपका कैसे भुलेगा कोई
जीवन में रोज आता है वो काम... ||५||
जय जय राम... सिया राम...२
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©शिवाजी सांगळे 🦋papillon
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