न सुख है न दुख है चिता कि आग में
है परेशानीयां सारी,जीवन कि चिंता में
आखरी सच्चाई, नहीं मानता कोई यहां
दारोमदार है जीने का, चलती सास में
उम्रभर सारी होते रहेंगे किस्से, वाकये
जबाबदेही उनकी निभानी होगी राह में
भूलकर नहीं हटना सच्चाई के मार्ग से
सत्य बचेगा एकमात्र आखरी यात्रा में
©शिवाजी सांगळे 🦋papillon
संपर्क: +९१ ९५४५९७६५८९
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