खोज
कौन सा सुख है दुख में ये कौन जाने
बात सच्ची, दुख ही कहता है, गर माने
रहते है बहोत सारे सुख के बंधू,बांधव
दुख का मित्र वही है,जो दुख पहचाने
शाश्वत सत्य दुख सारे इस जीवन का
आता जाता जन्म मृत्यु संग सच माने
कैसे समझाएं किसे दुख की परिभाषा
कुद पडो खोजमें खुदके तो सुख जाने
©शिवाजी सांगळे 🦋papillon
संपर्क: +९१ ९५४५९७६५८९
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