शुक्रवार, १२ जून, २०२०
यादों में-१
गुरुवार, ११ जून, २०२०
सुन्या वाटा
सुन्या वाटा
ओढ पंढरीची | आस देवाजीची |
सकल भक्तानां | आराध्याची ||
सुन्या यंदा वाटा | हरवल्या आशा |
झाकोळल्या दिशा | भोवताली ||
मृदंग तो गप्प | झाला टाळ मुका |
केशरी पताका | स्तब्ध झाली ||
काळजी भक्तांची | प्रत्यक्ष विठूला |
त्या चंद्रभागेला | लागली बा ||
हिरावला गेला | सुखाचा हा ठेवा |
जाणतो तु देवा | आत्म भाव ||
चुकावी का वारी | प्रश्न भक्ता मनी |
पांडुरंग ज्ञानी | शिवा म्हणे ||
©शिवाजी सांगळे 🦋
संपर्क: +९१ ९५४५९७६५८९
https://marathikavita.co.in/marathi-bhakti-kavita/t32641/new/#new
ओढ पंढरीची | आस देवाजीची |
सकल भक्तानां | आराध्याची ||
सुन्या यंदा वाटा | हरवल्या आशा |
झाकोळल्या दिशा | भोवताली ||
मृदंग तो गप्प | झाला टाळ मुका |
केशरी पताका | स्तब्ध झाली ||
काळजी भक्तांची | प्रत्यक्ष विठूला |
त्या चंद्रभागेला | लागली बा ||
हिरावला गेला | सुखाचा हा ठेवा |
जाणतो तु देवा | आत्म भाव ||
चुकावी का वारी | प्रश्न भक्ता मनी |
पांडुरंग ज्ञानी | शिवा म्हणे ||
©शिवाजी सांगळे 🦋
संपर्क: +९१ ९५४५९७६५८९
https://marathikavita.co.in/marathi-bhakti-kavita/t32641/new/#new
बुधवार, १० जून, २०२०
सोमवार, ८ जून, २०२०
दूर के ढोल
सबका कहना दूर के ढोल सुहावने
मेरा कहना अनुभव करो तो जाने!
~१०८|०८०६२०२०
याची सदस्यत्व घ्या:
पोस्ट (Atom)